कोरोना की दूसरी लहर के कारण पूरे भारत मे हाहाकार मच गया है अस्पतालों में मरीजो को बेड , ऑक्सीजन और वेंटिलेटर नही मिल रहे और स्मशान घाटों पर चिता जलाने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ रहा है । पूरे भारत मे 24 घंटे में 2 लाख से ज्यादा कोरोना के केस आ रहे । इसके चलते कई राज्यों में Lockdown लगाया गया । कोरोना के पहले स्टेज में कोरोना जब आपके शरीर मे आ जाता है तो आपको धीरे
धीरे इसके लक्षण दिखाई देने लगते है जैसे हल्का बुखार ,सर्दी , गला बंद और
उल्टी दस्त भी हो सकता है या असिम्पटमैटिक भी हो सकता है ऐसे समय मे आपको
होम Quarantine या आईसोलेशन वार्ड में भर्ती होना चाहिए । दूसरे स्टेज में आपको
लगातार बुखार , सर्दी , निमोनिया व खून में ऑक्सीजन लेवल 92% से कम हो जाता
है और सिटी स्कैन में लंग में घाव दिखाई देते है ऐसे समय मे आपको अस्पताल
या ICU में भर्ती होना पड़ सकता है । अब लोगो के मन मे ये सवाल है कि वे कब कोरोना का टेस्ट करवाइये और कब न करवाइये ।
कोरोना का टेस्ट तब करवाइये जब आपको
कोरोना के सामान्य लक्षण से न्यू स्ट्रेन के लक्षण अलग है , बुखार , बदन दर्द , सांस लेने में परेशानी , स्वाद या गंध नही आ रही और आपको ठंड नहीं लग रही हो तो आपको तुरंत जाँच करवा लेना चाहिए । कई बार कोरोना के लक्षणों को हम सामान्य flue के लक्षण मानकर नजरअंदाज कर देते है जो कि बाद में ज्यादा खतरनाक हो जाते है । आँखों का लाल होना भी नए स्ट्रेन के लक्षण है ।और अगर आपको लगता है कि आप किसी कोरोना पॉजिटिव पेशेंट के संपर्क में आये है तो आपको कोरोना का टेस्ट करवा लेना चाहिए।
कोरोना का टेस्ट तब नही करवाये जब आपको
कोरोना का टेस्ट आपको तब नही करवाना चाहिए जब अपने कोरोना के दोनों टीके लगा लिए व 2 हप्ते से अधिक समय हो गया हो और आपको कोई Symptoms नही दिखाई दे रहे हो ।
कोरोना वायरस का टेस्ट ।
कोरोना का टेस्ट दो तरीको से किया जाता है एक RT-PCR टेस्ट ,यह टेस्ट ज्यादा विश्वशनीय है इसकी रिपोर्ट 4 से 5 घंटे में आती है और महंगी होती है । दूसरा रेपिड एंटीजन टेस्ट जिसमे नॉक से स्वेब लिया जाता है । इसमे केवल 15 से 20 मिनट का समय लगता है ।इसमे रिजल्ट नेगेटिव आने पर पुस्टि।करने के लिए RT PCR टेस्ट किया जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
Write comment