टीबी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है -
1. पलमोनरी टीबी (Pulmonary Tuberculosis)
2. एक्स्ट्रा पलमोनरी (Extra Pulmonary Tuberculosis)
पलमोनरी टीबी जो फेफड़ो से संबंधित है जिसमें व्यक्ति को खांसी आती है ऐसी टीबी होने टीबी मरीज को खाँसने और छींकते समय सावधानी रखनी चाहिए ताकि परिवार में अन्य लोगों में संक्रमण न फैले, परिवार में मरीज के साथ भेदभाव न करें ।
एक्स्ट्रा पलमोनरी टीबी फेफड़ो (Lung) के अलावा जैसे - शरीर के किसी भाग में गठान (lymph node), पेट की टीबी, रीड की हड्डी की टीबी महिलाओं में बच्चेदानी की टीबी, आँख की टीबी, आंत की टीबी आदि होती है इस प्रकार की टीबी अन्य लोगों में खाँसने छिकने से नहीं फैलती है ।
टीबी होने पर संतुलित आहार का विशेष ध्यान रखे l क्योंकि टीबी होने के मुख्य कारण कुपोषण और टीबी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना । नियमित दवाई और संतुलित आहार से टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है l इलाज के दौरान तम्बाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, शराब जैसे नशीले पदार्थ का सेवन बिलकुल न करें | साथ में ज्यादा ऑयली, खटाई और मिर्ची का सेवन न करें दफज।
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