1988 में हुए किसान आंदोलन ( Farmers Protest ) का नेतृत्व राकेश टिकैत के पिता महेंद्रसिंह टिकैत ने किया था । वे एक बड़े नेता थे । जब वे आंदोलन कर रहे थे तब केंद्र में राजीव गांधी की सरकार थी । 25 अक्टूबर 1988 में महेंद्रसिंह टिकैत के नेतृत्व में किसानों की महापंचायत हुई जिसमे 14 राज्यों के किसान शामिल हुए व पांच लाख से अधिक किसानों ने विजय चौक से इंडिया गेट तक दिल्ली को घेर लिया था और राजीव गांधी सरकार को हिलाकर रख दिया आखिरकार महज 7 दिनों में केंद्र सरकार ने किसानों की सारी मांगे मांग ली।
Farmers Protest 2020
और अब वर्ष 2020 में तीन नए कृषि कानून और MSP के लिए किसान कई महीनों से राकेश टिकैत के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे है।2020 का आंदोलन 1988 से काफी अलग है क्योंकि इस समय लोगो मे आपसी समझदारी बहुत कम हो गयी और राजनीति काफी हावी हो गईं है जिससे सरकारें मजबूती से अपनी जड़ें जमा लेती है और आसानी से आंदोलनों को दबाने में कामयाब हो जाती है । यही कारण है कि किसान 2 महीने से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे है । यह आंदोलन अब तक हुए आंदोलनों में सबसे बड़ा आंदोलन है जिसका नेतृत्व राकेश टिकैत कर रहे है । इसमें सबसे ज्यादा पंजाब ,हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान भाग ले रहे है और यह आन्दोलन दिल्ली के गाजीपुर ,सिंघु और अन्य बोर्डर पर हो रहा है।
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