हिन्दू धर्म में दशहरा दुर्गा पूजा के दस दिन बाद मनाया जाता है हिन्दू धर्म के अनुसार इसी दीन राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी।इसी लिए इस दिन आज भी दशहरे पर रावण के पुतले का दहन किया जाता है । दशहरा शब्द दस और हरा शब्द से मिलकर बना है जिसका अर्थ दस बुराइयो पर अच्छाई की जीत है। हिन्दू धर्म की कुछ उपसंस्कृतियों में दशहरा को विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। जिसका मतलब 10 वे दिन विजय है ।
विजयदशरा के बारे में कुछ रोचक तथ्य।
कहा जाता है कि दशहरे के सबसे पहले उत्सव 17 वी शताब्दी में मैसूर के तत्कालीन राजा वोडेयार के आदेश पर मनाया गया था।इसलिए भारत मे मैसूर का दशहरा सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है ।
तमिलनाडु में दशहरे उत्सव को ' गोलू ' कहा जाता है
भारत के उत्तर में नवरात्रि के पहले ही दिन मिट्टी के बर्तनों में जौ बौने की परंपरा है जौ अच्छे से अंकुरित जाते है तो आने वाली फसल अच्छी होने की उम्मीद करते है। और दशहरे के दिन इनका विसर्जन किया जाता है
दशहरे के मानसून सीजन चला जाता है और ठंड के मौसम का आगमन हो जाता है और किसान खरीब की फसल काटकर रबी की फसल की बुवाई करते है ।
दशहरा का दिन भारत मे बौद्धों के लिए भी खास होता है क्योंकि इसी दीन प्रसिद्ध सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया था ।
पुरे भारत में जहां विजयदशमी की धूम रहती है वही उत्तर प्रदेश का एक गांव बिसरख में मातम पसरा रहता है क्योकि इसे रावण का पैतृक गांव कहा जाता है जहा रावण का जन्म हुआ था इस गांव के लोग रावण को अपना बेटा मानते है और उनकी आत्मा की शांति के लिए हवन करते है।
ऐसी मान्यता है की प्राचीन काल में मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले का नाम मंदोत्तरी हुआ करता था और मंदोत्तरी रावण की पत्नी थी इस लिहाज से रावण मंदसौर का दामाद था इसी कारण मंदसौर में नामदेव समाज की महिलाएं आज भी रावण के पुतले के सामने घूंघट करती है और उनके पैरो में धांगा बांधती है।
उत्तराखंड के जोनसर बावर के करोली और उद्पाल्टा गांव में रावण दहन नहीं होता बल्कि लोग गागली युद्ध करते है क्योकि मान्यता है की यहाँ रानी और मुन्नी दो सहेलियां कुएं में पानी भरते समय रानी की मौत कुएं में गिरने से हो जाती है यही बात जब मुन्नी ने रानी के घरवालों को बताई तो उन्होंने गांव वालो को श्राप दे दिया इसी श्राप से बचने के लिए गांव वाले आज भी गागली युद्ध करते है।
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