दोस्तों आज हम आपको क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बारे में कुछ रोचक तथ्य बता रहे है जो शायद ही अपने सुना होगा। सचिन तेंदुलकर वह क्रिकेटर है जिनके व्यक्तित्व और आभा से क्रिकेट प्रतियोगिता को बड़ा बनाया उन्होंने कभी भी क्रिकेट को अपने से ऊपर नहीं माना ,सचिन तेंदुलकर महज एक खिलाडी नहीं बल्कि एक भावना है जो उसे भगवान से कम का दर्जा नहीं देता। सचिन तेंदुलकर का जन्म मुंबई में 24 अप्रेल 1973 में हुआ था। 1995 में अंजली से शादी की और उनके दो बच्चे सारा तेंदुलकर व अर्जुन तेंदुलकर है।
Interesting facts about sachin tendulkar
- सचिन तेंदुलकर का नाम एक महान संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने रखा था क्योकि रमेश तेंदुलकर एसडी बर्मन के संगीत के बहुत बड़े प्रशंसक थे।
- सचिन तेंदुलकर की शुरुआत से ही तेज गेंदबाज बनने की ख्वाहिश थी जिसके कारण 1987 में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज डेनिस लिली के तेत्रत्व वाले MRF पेस फॉउंडेशन गए थे किन्तु कद छोटा होने के कारण उनकी ख्वाहिश ख़ारिज कर दी।
- 1988 में मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेले गए एक दिवसीय प्रेक्टिस मैच में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान की तरफ से एक Substitute खिलाडी के रूप में खेला था।
- सबसे बड़े फील्डर्स में गिने जाने वाले दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स ने सचिन को पहली बार 1992 में एक टेस्ट मैच के दौरान रन आउट किया जिसका निर्णय भी थर्ड अंपायर को करना पड़ा था।
- मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के "सर्वश्रेष्ठ जूनियर क्रिकेटर" नहीं चुने जाने के बाद सुनील गावस्कर ने सचिन तेंदुलकर को सांत्वना देने के लिए अल्ट्रा-लाइट पैड की एक जोड़ी उपहार में दी बाद में 15 नवम्बर 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पदार्पण पर इन पैड्स को पहना।
- सचिन तेंदुलकर अपने शुरुआती दिनों में नेट्स के पुरे सत्र में बिना आउट हुए बल्लेबजी कर लेते है तो उनके कोच रमाकांत आचरेकर से एक सिक्का जीतते थे। दिलचस्प यह है की ऐसे सचिन के पास 13 सिक्के हो गए थे।
- सचिन तेंदुलकर ( मास्टर ब्लास्टर ) और सौरव गांगुली " बंगाल टाइगर " के बीच इतनी घनिष्ट मित्रता है की सचिन ने उन्हें "बाबू मोशाई " और बदले में गांगुली ने सचिन को "छोटा बाबू " कहते थे।
- सचिन तेंदुलकर न तो लेफ्टी है और न राइटी वे उभय हस्त है क्योकि वे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दाए हाथ से करते है,जबकि लिखते बाए हाथ से।
- सचिन तेंदुलकर का गाड़ियों के प्रति जबरदस्त क्रेज रहा जब डॉन ब्रैडमैन के 29 शतक के बराबरी करने पर दुनिया के सबसे तेज फरारी चालक माइकल शूमाकर ने फेरारी -360 उन्हें गिफ्ट की और बाद में फेरारी के ब्रांड अंबेसडर बने।
- सचिन ने यह भी खुलासा किया की अंधविश्वास के कारण आउट होने के बाद 2011 का फाइनल मैच नहीं देखा वह फिजियो और वीरेन्द्र सहवाग के साथ अलग बैठे थे। जब महेंद्रसिंह धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ विश्व विजय का छक्का मारा।
- सचिन जब 1995 में अपना भेष बदलकर फिल्म रोजा देखने गए और गलती से उनका चश्मा गिर गया और लोगों ने उन्हें पहचान लिया फिर तो सचिन तेंदुलकर पर शामत पर बन आयी।
- सचिन एकमात्र ऐसा खिलाडी है ,जिन्हे राजीव गांधी खेल रत्न ,अर्जुन पुरस्कार ,पदम् विभूषण और भारत रत्न मिला।
सचिन तेंदुलकर :
क्रिकेट मेरा पहला प्यार है और क्रिकेट में हार से सबसे ज्यादा नफ़रत भी करता हूँ।
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