भारत में बेरोजगारी ( Unemployment ) काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। भारत को युवाओं का देश भी कहा जाता है क्योकि यहाँ 60 प्रतिशत से ऊपर युवा है और वे बेरोजगार है। जब अच्छी पढ़ाई के बाद भी कोई पढ़ाई के अनुरूप काम नहीं मिलता है तो ऐसे युवाओं बेरोजगार कहते है। एक सर्वे के अनुसार भारत में 20 वर्ष से कम उम्र की युवाओं की संख्या 54 करोड़ है। भारत में 4.5 करोड़ रजिस्टर्ड बेरोजगार है। काम कोइसा भी हो बड़ा या छोटा नहीं होता है परन्तु पढ़ाई के अनुसार काम या नौकरी नहीं मिलना दुर्भाग्य है।
बेरोजगारी के कारण।
बेरोजगारी के कई कारण है। इसमें हमारा एजुकेशन सिस्टम , सरकार की नीतियों और खुद युवा भी जिम्मेदार है।आजकल के डिजिटल टेक्नोलॉजी के युग में केवल डिग्री पा लेने से जॉब नहीं मिलता उसके साथ युवाओ में प्रैक्टिकल नॉलेज ( practical Knowledge ) भी जरुरी हो गया है। एक समय था जब डिग्री से नौकरी मिल जाती थी किन्तु अभी वो समय निकल चूका है। ये बात भी सही है की सभी पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को सरकार नौकरी नहीं दे सकती। इसलिए युवाओं को चाहिए की वे अपनी कार्य कुशलता से कोई भी काम जैसे कंपनी में , सेल्फ बिज़नेस , गाय भेस बकरी व मुर्गी पालन कर सकते है। पड़े लिखे होने से अच्छी क़िस्म के प्रोडक्ट का उपयोग कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है। वैसे कई राज्य व केंद्र सरकार बेरोजगार युवाओं के लिए योजना लेकर आ रही है जैसे मध्यप्रदेश में - बेरोजगार भत्ता योजना। कोई से भी काम को सच्चे मन और लगन से करने से आप बेरोजगार नहीं रहेंगे। अच्छा बिज़नेस होने से आप सरकारी नौकरी को भी मात दे सकते है। ऐसे कई लोग है जो सरकारी नौकरी छोड़कर अपना स्वयं का बिज़नेस कर रहे है।
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