कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन ही एक ऐसा तरीका है जिससे हम इस वायरस से बच सकते है। जिसके चलते लॉकडाउन को लगातार बढ़ाया जा रहा है। लॉकडाउन के कारण लोगों की जीवनशैली में कई प्रकार के बदलाव आए है। वैसे तो कोरोना वायरस हम सभी की जिंदगी में अनिश्चितता और कठिनाइयों का समय लेकर आया है साथ में लॉकडाउन के कारण कई पॉजिटिव पहलुओं पर सोचने का मौका भी मिला है। हमें जिंदगी में ये सिख भी मिली है की जब हमारे पास कोई विकल्प नहीं होता है तो परिस्थितियों के अनुसार ढाल लेना ही सही होता है।
लॉकडाउन के कारण लोगो के काम के मायने ही बदल जायेगे। और हमें महसूस होने लगा है की हम केवल पेसो के लिए नहीं काम करते है जबकि हमारा कॅरियर हमारी पहचान होना चाहिए।
लॉकडाउन के कारण जीवनशैली में आए बदलाव
- लॉकडाउन ने लोगों की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बीच सामंजस्य सिखा दिया है। इससे लोगो को ये सिख मिलती है की एक प्लानिंग के जरिए हम अपने काम और जिंदगी के बीच बैलेंस कर सकते है।
- बहुत से लोगो को अपने पर्सनल लाइफ में घर पर रहने का समय मिल रहा है जो सामान्य लाइफ में नहीं मिलता था। अपने परिवार के साथ समय बिताने और उनकी केयर करने का समय मिल रहा है साथ में Exercise , Cooking जैसी चीजों में Enjoy भी कर रहे।
- लोगों की प्रोडक्टिविटी भी बड़ी है क्योकि लोगो को आराम के साथ मोटिवेशन भी मिल रहा है। सुबह शाम ऑफिस के तनाव में भी कमी आने लगी है जिससे लोगो के स्वास्थ्य में ही सुधार हो रहा है।
- लॉकडाउन के कारण यात्रा कम होने से वातावरण में कॉर्बनडाईऑक्साइड की मात्रा भी काफी कम हो गई है। जिसका जलवायु परिवर्तन और शून्य कार्बन नीतियों पर बहुत बड़ा असर पड़ा है। लोगो का समय और पैसा दोनों बच रहे है।
- लॉकडाउन का पर्यावरण पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ा है ,ट्रैफिक का शोर और प्रदुषण कम होने के कारण आसमान साफ हो गया। नदियों का पानी भी साफ हो गया है।
- इस लॉकडाउन ने हमें ये भी सिखा दिया है कि मीटिंग में आमने-सामने बैठना जरुरी नहीं है वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए हम कही से भी मीटिंग कर सकते है जिससे समय और पैसे दोनों बच सकते है।
- आने वाले दिनों में हम अपनी कार्यशैली में तेजी ला सकते है क्योंकि पारम्परिक डेस्क स्पेस को बड़ा देंगे जिससे भीड़ नहीं लगेगी और हम अपना काम तुरंत कर पाएंगे।
- lockdown के कारण लोगों की साफ सफाई करने का तरीका बदल गया है। लोग बहार से आने वाली सभी बस्तुओं को अच्छी तरह से साफ करने लगे है अपने आस-पास सफाई करने लगे है।
- कई अधिकारी कर्मचारी ऑफिस में थूक लगाकर फाइल के पन्ने पलटते थे लेकिन अब ये आदत बदलना पड़ेगी इसके लिए रजिस्थान सरकार ने सर्विस बुक 1951 में संशोधन किया है।
- क्रिकेट मैं कई खिलाडी मैदान में थूक से गेंद चमकाते थे लेकिन ये आदत भी अब खिलाड़ियों को छोड़ना पड़ेगा।
लॉकडाउन के कारण लोगो के काम के मायने ही बदल जायेगे। और हमें महसूस होने लगा है की हम केवल पेसो के लिए नहीं काम करते है जबकि हमारा कॅरियर हमारी पहचान होना चाहिए।
Very Nice Article. Thanks For Sharing Information. Sarkari Naukri
जवाब देंहटाएंthanks
हटाएंNice post write for you
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