प्रतिवर्ष 29 सितंबर को World Heart Foundation द्वारा विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगो मे हृदय के प्रति समझ और जागरूकता लाना है।दिल की बीमारी से भारत ही नही पूरी दुनिया मे मरीज बड़े है । कोरोना महामारी के लॉकडाउन में हृदय के मरीजों की संख्या बड़ी है क्योकि की ऐसे मरीज कोरोना के डर से अपना रेगुलर चेकअप नही करवा पा रहे उन्हें बहार कोरोना होने का डर बना रहता है । World Heart Day मनाने की शुरुआत सन 2000 में हुई थी जिसमे सितम्बर माह के आखिरी रविवार को मनाने का निर्णय लिया गया था किन्तु बाद में 2014 में 29 सितम्बर को मनाने का निर्णय लिया गया। WHF के अनुसार वर्ल्ड में हर साल 2 करोड़ लोगो की मौत हार्ट अटैक से हो जाती है। इस साल 2020 की थीम - " Use Heart to beat Cardiovascular Disease "
कोरोना महामारी में हार्ट के मरीजों की देखभाल
कोरोना महामारी में दिल के मरीजों को विशेष ध्यान देने की जरुरत होती है। ऐसे समय में इन मरीजों को रोज हरी सब्जी ,फल -फ्रूट जैसे ड्राई फ़ूड अधिक खाना चाहिए ,अपने खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। बीड़ी ,सिगरेट ,शराब और और तम्बाकू के सेवन से बचना चाहिए।रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी , exercise करते रहे जंक फूड और डिब्बे बंद खाना न खाये। हार्ट के मरीजों को रेगुलर चेकअप कराते रहना चाहिए नियमित डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाई लेते रहे।हार्ट के मरीजों में वृद्धि के कारण
हार्ट अटैक 30 से 50 आयु वर्ग के लोगो लोगो अधिक देखा जाता है। लेकिन 22 से 30 आयु वर्ग के युवाओं में होना खतरनाक होता है। इसका कारण आजकल के युवा कम एक्टिविटी व्यायाम न करना और अधिक जंक फ़ूड का सेवन करना है। आजकल लोग अपने व्यव्साय में इतने व्यवस्त रहते है की अपने स्वास्थ का ध्यान नहीं रख पाते जिससे लोगो में हार्ट के मामले बड़ है जो की खतरनाक है।
मामला दिल का है इसलिए अपने "दिल " का रखिये ख्याल।दिल से हर सांस डोर जुडी होती है ,और दिल के पास दिमाग नहीं होता है। ...
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